परमाणु के अवयवी कण (Fundamental Particles of an Atom)
बीसवीं शताब्दी के प्रारंभ में फैराडे ( Faraday), क्रुक्स(Crooks), जे. जे. थॉमसन( J.J Thomson),रदरफोर्ड(Rutherford) आदि अनेक वैज्ञानिकों के अनुसंधानो ने डाल्टन के अविभाज्य-परमाणु वाद का खंडन किया और यह प्रमाणित किया कि परमाणु विभाज्य है। उसकी एक निश्चित संरचना होती है तथा उसमें अनेक प्रकार के मूल-कण (Fundamental Particles) पाए जाते हैं। इलेक्ट्रॉन (Electron) ,प्रोटॉन(Proton) तथा न्यूट्रॉन(Neutron) प्रत्येक परमाणु के अवयवी कण होते हैं अर्थात किसी परमाणु का निर्माण उपयुक्त कणों कि विभिन्न संख्याओं से होता है।
इलेक्ट्रॉन(Electron) - परमाणु का सबसे हल्का अवयवी कण है जिसका द्रव्यमान हाइड्रोजन (सबसे हल्का परमाणु) परमाणु के द्रव्यमान का लगभग 1/1840 होता है। यह ऋण आवेशित(Negative Charged) होता है, इसका आवेश (-1.6×10⁻¹⁹) कुलाम होता है ,जो प्रकृति में उपलब्ध सबसे कम आवेश है । इसे -1e भी लिखते है।
प्रोटॉन(Proton)- यह धन आवेशित कण होता है, जिसका आवेश (+1.6×10⁻¹⁹) कुलाम अर्थात धनात्मक तथा परिमाण में इलेक्ट्रॉन के आवेश के बराबर होता है। इसे +1e भी लिखते हैं।
प्रोटॉन का द्रव्यमान हाइड्रोजन के द्रव्यमान के लगभग बराबर (हाइड्रोजन परमाणु का द्रव्यमान इलेक्ट्रॉन का द्रव्यमान )होता है -अर्थात इलेक्ट्रॉन के द्रव्यमान का लगभग 1840 गुना होता है|
न्यूट्रॉन(Neutron)- इसका द्रव्यमान प्रोटॉन के द्रव्यमान के लगभग बराबर (कुछ ही अधिक) होता है। न्यूट्रॉन उदासीन कण है अर्थात इसका विद्युत आवेश 'शून्य' होता है।
Fundamental particles of Atom |
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