Wednesday, May 13, 2020

Modern Atomic Theory (आधुनिक परमाणु सिद्धांत )

 आधुनिक परमाणु सिद्धांत(Modern Atomic Theory)

आधुनिक परमाणु सिद्धांत
Atom




19वीं शताब्दी के अंतिम दशक एवं उसके पश्चात की गई नवीन खोजों के फलस्वरूप डाल्टन के परमाणु सिद्धांत में संशोधन किए गए। सिद्धांत का आधुनिक स्वरूप निम्नवत है-
1. परमाणु विभाज्य है ,यह तीन प्रकार के मूल कणों इलेक्ट्रॉन(electron), प्रोटॉन(proton) तथा न्यूट्रॉन(neutron) से मिलकर बनता है तथा परमाणु को इन कणों में विभाजित किया जा सकता है।
2. किसी एक तत्व के सभी परमाणु का द्रव्यमान समान नहीं होता परंतु उनके परमाणु क्रमांक समान होते हैं। एक समान परमाणु क्रमांक तथा भिन्न-भिन्न परमाणु द्रव्यमानों के  परमाणुओं को समस्थानिक (Isotopes)कहते हैं 


 जैसे: हाइड्रोजन के तीन समस्थानिक होते हैं, जिनके द्रव्यमानों  का अनुपात (1:2:3)होता है परंतु परमाणु क्रमांक 1 (एक) ही होता है।
हाइड्रोजन के समस्थानिक
Isotopes-of-hydrogen

3. विभिन्न तत्वों के परमाणुओं  के परमाणु द्रव्यमान समान हो सकते हैं परंतु उनके परमाणु क्रमांक भिन्न होते हैं। ऐसे परमाणुओं को संभारी( Isobars)कहते हैं। जैसे- हाइड्रोजन के समस्थानिक ₁H³ तथा हीलियम के समस्थानिक ₂He³ परस्पर संभारी हैं। इनके परमाणु क्रमांक क्रमशः 1 तथा 2 है परंतु परमाणु द्रव्यमान 3 है। 
4. तत्वों के परमाणु परस्पर रासायनिक  संयोग करके अणु (molecule) बनाते हैं।
5. रसायनिक अभिक्रिया में परमाणु ही भाग लेते हैं , अणु नहीं ।
6. तत्व का मूल लक्षण उसका परमाणु क्रमांक है न कि परमाणु द्रव्यमान।

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